कन्नौज, मई 10 -- कन्नौज। कन्नौज में करीब पांच हजार बीघा में खीरा,ककड़ी और तरबूज की खेती होती है, लेकिन किसान उचित मूल्य नहीं मिल पाने के कारण घाटे में हैं। किसानों को कभी मौसम खराब होने से खराब की मार झेलनी पड़ती है तो कभी बाढ़ की विभीषिका। इस बार तरबूज भी धोखा कर रहा है। अच्छे मुनाफे की आस में तरबूज उगाने वाले किसानों को उचित दाम नहीं मिल पाता है। तीन से चार रुपये प्रति किलो भाव मिल पाता है। ऐसे में वो तरबूज को खेतों से भी नहीं उठा रहे। आपके अपने अखबार 'हिन्दुस्तान' से तरबूज किसानों ने कहा कि मंडी न होने से बिचौलिये मुनाफा कमा रहे हैं। भीषण गर्मी में तरबूज की खेती करने वाले किसानों को हर साल घाटा होता है। बीज, खाद, सिंचाई और मजदूरी पर भारी खर्च करने के बावजूद बाजार में बिचौलियों का दबदबा बना हुआ है। व्यापारी सस्ते में फसल खरीदकर ऊंचे दाम...