औरंगाबाद, मार्च 19 -- लोगों के घरों से लेकर मंदिरों तक फूलों की खुशबू माहौल को खुशनुमा बनाती है। जिले में विभिन्न महत्वपूर्ण मंदिरों के निकट से लेकर कुछ जगहों पर फूलों के कारोबार से लेकर फूलों की खेती होती रही है। पहले फूलों के व्यवसाय से माली समाज के लोग जुड़े होते थे लेकिन अब हर एक तबके के लोग फूल कारोबार से जुड़ गए हैं। मांगलिक कार्यों में सजावट से लेकर धार्मिक कार्यों में पूजन सामग्री के रूप में फूलों का इस्तेमाल करने वाले लोगों की तादाद में काफी वृद्धि हुई है। पहले सजावट आदि कार्यों में कृत्रिम फूलों का इस्तेमाल होता था लेकिन अब लोग सजावट में ताजे फूलों की पसंद करने लगे हैं। सुचित मालाकार ने बताया कि पूरे जिले में लगभग एक हजार से अधिक लोग फूलों के कारोबार से जुड़े हैं। जिले के देव सूर्य मंदिर, उमगा सूर्य मंदिर, सतबहिनी मंदिर, सत्यचंडी म...