एटा, सितम्बर 11 -- स्मार्ट मीटर लगने के बाद से उपभोक्ताओं की मुसीबतें बढ़ गई हैं। एक तरफ जहां इन मीटरों को डिजिटल भारत का महत्वपूर्ण कदम बताया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ इनके कारण पैदा हुई तकनीकी और प्रशासनिक खामियां आम जनता के लिए सिरदर्द बन गई हैं। उपभोक्ता बिजली का बिल न मिलने की शिकायत कर रहे हैं। इससे समय पर भुगतान नहीं हो पाता है और उनके कनेक्शन ऑटोमेटिक कट रहे हैं। दो महीने का बिल बकाया होने पर ऑटोमेटिक बिजली कट जाने से गरीब वर्ग के लोगों को बिल भुगतान करने के लिए कर्ज लेना पड़ रहा है। इन सभी समस्याओं को देखते हुए लोगों ने बोले एटा अभियान के माध्यम से आवाज बुंलद कर समस्याओं के समाधान की गुहार लगाई है। दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड शहर में पुराने मीटरों की जगह स्मार्ट मीटर लगावा रहा है। इन मीटरों का मुख्य उद्देश्य बिजली खपत की ...
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