एटा, जून 14 -- राजा सकट सिंह के नाम पर बसा शहर सकीट आज अपने लिए मूलभूत सुविधाओं का इंतजार कर रहा है। वैसे तो यहां कई परेशानियां हैं, लेकिन सबसे बड़ी समस्या यहां रोडवेज बसों की है। इस कारण लोगों को डग्गामार वाहनों का सहारा लेना पड़ता है। इन्हीं डग्गमार वाहनों में अपनी जान को जोखिम में डालकर लोग एटा समेत अन्य ठिकानों का सफर करते हैं। लोगों का कहना है कि जिला मुख्यालय तक जाने के लिए प्रशासन को इंतजाम करना चाहिए। हिन्दुस्तान के बोले एटा अभियान के तहत सकीट के लोगों ने इस मुद्दे पर चर्चा की। कहा कि सकीट पुराने कस्बों में शामिल है, लेकिन सुविधाओं के नाम पर शून्य है। प्रशासन इस ओर ध्यान दे। जिला मुख्यालय से करीब 18 किमी दूर सकीट कस्बा है। राजा महाराजाओं के समय से सकीट का नाम प्रमुख शहरों में गिना जाता है। सकीट यातायात के लिए भी मोहताज है। सकीट से...
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