एटा, अगस्त 6 -- खरीफ की फसल हो अथवा रबी। किसान को खाद के लिए लाइन में लगना ही पड़ता है। सुबह के चार बजे से लेकर रात्रि के नौ बजे तक लाइन में लगने के बाद भी खाद नहीं मिल पा रही है। इन दिनों किसान यूरिया के लिए लाइन लगा रहा है। इसके बाद भी एक-एक बोरी के लिए मोहताज बना हुआ है। पता नहीं कि सरकार से आने वाली यह यूरिया आखिर जा कहा रही है। किसान को भी मिल नहीं रही। सरकार से भी हर वर्ष खपत बढ़ती जा रही है। यूरिया के लिए लाइन में लगे किसानों से बोले एटा के तहत जब बात की तो उन्होंने अपनी पीड़ा बया की। किसान को हर समय ही परेशानियां उठानी पड़ रही है। अभी खेती में खाद के लिए लाइन लगाते हुए घूम रहे हैं। इन दिनों धान की फसल खाद के लिए तैयार हो गई है। यूरिया के लिए दिन रात इधर से उधर भाग रहे हैं। कहीं पर भी किसानों को खाद नहीं मिल पा रही है। खाद के लिए किसान...