एटा, जून 23 -- वर्षो से प्यासे जलेसर की गंगाजल से प्यास बुझ सकती है। पिछले दो वर्षों से अधर में लटकी इस योजना को हरी झंडी नहीं मिल सकी है। ऐसे में कस्बा जलेसर के लोग लोग दूषित पानी पीकर अपनी प्यास बुझा रहे हैं। न जाने कितने प्रार्थना पत्र विधायक द्वारा भेजे गए। इसके अलावा जिला प्रशासन की ओर से की गई पहल भी काम नहीं आ सकी। जलेसर में हर व्यक्ति गंगाजल के इंतजार में बैठा हुआ है। पानी की समस्या को लेकर स्थानीय लोगों से बोले एटा के तहत वार्ता की तो इन लोगों ने खुलकर अपनी बात रखी। ज्लेसर कस्बा से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के लोग खारे पानी से परेशान हैं। सिंचाई के लिए रजवाह और बंबा में आने वाले पानी का ही सहारा है। पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। जलेसर के लोग वर्षो से मीठा पानी मांग रहे हैं। जलेसर की बोरिंग करने से मीठा पानी नहीं मिल रहा। ऐसे म...