एटा, सितम्बर 2 -- कभी एटा की शान माने जाने वाला जीआईसी आज खंडहर जैसा हो गया है। अंग्रेजी हुकूमत में बन इस कॉलेज ने पता नहीं कितनों की किस्मत के ताले खोल दिया। यहां शिक्षा ग्रहण करने के बाद देश विदेश तक अपनी सेवाएं दे रहे हैं। कोई निजी कंपनी में ख्याति फैला रहा है तो कोई सरकारी सेवाओं में एटा का नाम रोशन कर रहा है। किसी समय में जीआईसी एटा में पढ़ाई करना गर्व की बात हुआ करती थी। अब उसी भवन में खड़े होने में डर लगता है। हिन्दुस्तान के बोले एटा के तहत विद्यालय के पूर्व छात्रों से इसके बारे में बात की गई तो हर किसी ने इस स्थान को भगवान का दर्जा देते हुए दुर्दशा पर पीड़ा व्यक्त की और जीआईसी कॉलेज की दशा सुधारने की मांग की। रीब 111 वर्ष पहले इस कॉलेज की स्थापना वर्ष 1914 में हुई थी। इस विद्यालय में पढ़ाई करने के लिए एटा के ही नहीं आसपास के जिलों के ...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.