आगरा, सितम्बर 17 -- एटा। एटा की गल्ला मंडी एक महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र है, जहां रोजाना बड़ी संख्या में मजदूर काम करते हैं। ये मजदूर अपनी मेहनत से अनाज की लोडिंग, अनलोडिंग और छंटाई का काम करते हैं, लेकिन उनकी आय सीमित होती है। वर्तमान में मंडी के आसपास ढाबों और छोटे भोजनालयों में मिलने वाला भोजन महंगा होता है और कई बार उसकी गुणवत्ता भी अच्छी नहीं होती। एक साधारण थाली की कीमत 60-70 रुपये या उससे अधिक है, जो इन मजदूरों के लिए बहुत ज्यादा है। कई बार भोजन की गुणवत्ता अच्छी न होने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी उत्पन्न होती हैं। महंगा होने के कारण मजदूर अक्सर भरपेट खाना नहीं खा पाते, जिससे उनके शरीर में पोषण की कमी हो जाती है। यह उनकी काम करने की क्षमता को भी प्रभावित करता है। अन्नपूर्णा भोजनालय योजना एक समाधान: अन्नपूर्णा भोजनालय योजना सरका...