आजमगढ़, मई 5 -- हाल के कुछ वर्षों में हरियाली और पौधरोपण को लेकर लोग जागरूक हुए हैं। यही वजह है कि शहर से लेकर गांव तक पौधों की डिमांड लगातार बढ़ी है। पौधों की मांग बढ़ने से नर्सरी उद्योग का दायरा भी बढ़ता जा रहा है। इसके बाद भी नर्सरी संचालकों को तमाम चुनौतियों का सामाना करना पड़ रहा है। उनका कहना है कि प्रशासन उनकी नर्सरी से पौधों की खरीद की व्यवस्था करे। साथ ही उन्हें सब्सिडी और आधुनिक तकनीकों का प्रशिक्षण दे। जिससे नर्सरी का कारोबार बढ़ाया जा सके। हर साल होने वाले पौधरोपण अभियान में उन्हें भी शामिल किया जाए। 1 नगरपालिका के पास 'हिन्दुस्तान के साथ बातचीत में नर्सरी संचालकों ने अपनी समस्याओं को साझा किया। नर्सरी संचालक मुस्तफा ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में नौ से अधिक बड़ी नर्सरी हैं, जिनके संचालक खुद अपने यहां पौधे तैयार करते हैं। इ...