नोएडा, मई 16 -- नोएडा। यूपी बोर्ड की परीक्षाओं की कॉपियों के मूल्यांकन में गैरहाजिर रहे परीक्षकों से परिषद ने साक्ष्यों के साथ अनुपस्थिति का कारण पूछा है। उचित कारण न दिए जाने पर इन परीक्षकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। दरअसल, मूल्यांकन के लिए 700 शिक्षकों की ड्यूटी लगी थी। इसमें हाईस्कूल में रोज 152 परीक्षक और इंटर में 131 शिक्षक मूल्यांकन केंद्र पर अनुपस्थित रहे। अधिकारी के अनुसार जुलाई-अगस्त में निजी स्कूलों में नए शिक्षक ज्वाइन करते हैं और कुछ माह बाद नौकरी छोड़ देते हैं, लेकिन उनके नाम की लिस्ट वेबसाइट पर पड़ी रह जाती है, इस कारण उनकी ड्यूटी लग जाती है। यही वजह है कि मूल्यांकन में अधिकतर निजी स्कूलों के शिक्षक अनुपस्थित रहे।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित...