नई दिल्ली, फरवरी 7 -- भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सुस्त पड़ रही अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के मकसद से लगभग 5 साल बाद रेपो रेट में 0.25 प्रतिशत की कटौती की है। इस कटौती के साथ अब रेपो रेट 6.50 से घटकर 6.25 प्रतिशत पर आ गया है। रेपो रेट में कटौती से मकान, वाहन समेत अलग-अलग तरह के कर्जों पर मासिक किस्त (ईएमआई) में कमी आने की उम्मीद बढ़ गई है। इसके साथ आगे भी कटौती के संकेत मिलने लगे हैं।किसे होगा नुकसान रेपो रेट में कटौती का नुकसान उन निवेशकों को उठाना पड़ सकता है जिन्होंने फिक्स्ड डिपॉजिट यानी एफडी में पैसे जमा करा रखे हैं। दरअसल, एफडी ब्याज दरों में भी गिरावट आ सकती है, जिससे उन निवेशकों पर असर पड़ेगा जो बढ़िया रिटर्न की उम्मीद में पैसे बैंकों में जमा कराते हैं। खासकर वरिष्ठ नागरिक इससे प्रभावित हो सकते हैं।एफडी निवेशक क्या कर सकते हैं...