नई दिल्ली, अगस्त 9 -- दुनिया अक्सर हम भारतीयों को कम आंकने की गलती करती है और हम भी अपने पारंपरिक वैभव की ओर से मुंह बिचकाने लगते हैं। हमें लगने लगता है कि विदेशियों ने ही हमें सब कुछ सिखाया, हमें तो कुछ नहीं आता था। हमारे पास आखिर था ही क्या? पर सच यह है कि इस देश के बारे में आप क्या-क्या बताएंगे? यहां के कपड़ों की ही बात कर लीजिए। उनके रंगों में भी केवल सफेद की बात कर लीजिए, तो यहां श्वेत वस्त्रों के ही कम से कम 15 शेड्स हैं। श्वेत के इतने शेड्स किसी भी अन्य देश में नहीं हैं और अपना देश अकेला ऐसा है, जहां लाखों लोग आज भी बिना सिले कपड़े बहुत शौक से पहनते हैं। गुलामी की सदियों में दुनिया के अनेक देशों ने अपने वस्त्र और अपनी संस्कृति को बिसार दिया, पर भारत के कारीगर नहीं भूल पाए। गोरों ने कोशिश तो बहुत की थी कि भारत अपनी प्रतिभा भूल जाए, ...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.