नई दिल्ली, अप्रैल 16 -- नई दिल्ली, प्रमुख संवाददाता। गुरुग्राम के 27 वर्षीय युवक ने अपने 58 वर्षीय पिता को लीवर सिरोसिस से जूझते देख अपने लीवर का एक हिस्सा दान कर उन्हें नई जिंदगी दी। पारस हेल्थ गुरुग्राम में 12 घंटे की जटिल सर्जरी सफल रही। पिता ने इसे बेटे का अनमोल तोहफा बताया। अस्पताल की विशेषज्ञ टीम और नई तकनीकों की मदद से श्री संतोष अब पूरी तरह स्वस्थ हैं और अंग दान के प्रति जागरूकता फैला रहे हैं।

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