कानपुर, मार्च 23 -- कानपुर। आदिनाथ जन्म कल्याणक के उपलक्ष्य में रविवार को शांतिनाथ आनंदपुरी में डॉ. अर्चना विनय जैन ने पिंडस्थ ध्यान कराया। यह आत्मशक्ति को जागृत करता है। पिंडस्ट ध्यान के माध्यम से आध्यात्मिक प्रयोगशाला में आत्मा से परमात्मा से जुड़ने की विधि बताई। भगवान के भजन की गुंजन हुई। बताया, बीजाक्षर से कैसे रोगों को दूर किया जा सकता है। बीपी, टेंशन, डायबिटीज आदि से निवारण के लिए कुछ अक्षरों का उपयोग बताया। प्रातः अभिषेक शांतिधारा के बाद आचार्य मानतुंग महाराज रचित भक्तांबर विधान प्रारंभ हुआ। शांति धारा दीपक जैन और मनीष अजमेरा परिवार ने की। श्री 1008 आदिनाथ भगवान की स्तुति करते हुए डॉ मंजू जैन ने 48 श्लोक का पाठ किया। यहां महेंद्र कटारिया, संजीव जैन, शील चंद, पदम चंद, अनूप जैन आदि मौजूद रहे।

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