रांची, अप्रैल 24 -- रांची, वरीय संवाददाता। बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित खेसारी की चारा फसल की उन्नत किस्म बिरसा खेसारी-1 को देश के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र और मध्य क्षेत्र के लिए जारी करने की अनुशंसा की गई है। इसका प्रति हेक्टेयर उत्पादन 190 क्विंटल है। यह देश में खेसारी चारा के अब तक के सर्वोत्तम प्रभेद महाटेवरा से 6.3% अधिक है। इसमें क्रूड प्रोटीन की मात्रा 20.7% है, जो नेशनल चेक की तुलना में 4-5% अधिक है। इससे प्रतिदिन प्रति हेक्टेयर 2.65 क्विंटल हरे चारा की उपज मिलती है। इस किस्म से प्रति हेक्टेयर 8.3 क्विंटल बीज प्राप्त होता है, जो नेशनल चेक की तुलना में 15% ज्यादा है। बीएयू के पौधा प्रजनन वैज्ञानिक डॉ योगेंद्र प्रसाद और सस्यविद डॉ बीरेंद्र कुमार पिछले एक दशक से इस किस्म पर शोध कर रहे थे। 22-23 अप्रैल को कृषि विज...