वाराणसी, अक्टूबर 7 -- वाराणसी, वरिष्ठ संवाददाता। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अंतर्गत बीएचयू अभी 'लेटरल एंट्री के विकल्प नहीं खोलेगा। इसके लिए भविष्य में सीटों की उपलब्धता, योग्यता और आरक्षण सहित अन्य आधार पर फैसला लिया जाएगा। कुलपति प्रो. अजित कुमार चतुर्वेदी की अध्यक्षता में सोमवार को हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में नीति के कार्यान्वयन की समीक्षा की गई। बैठक में संस्थानों के निदेशक, संकाय प्रमुख, कॉलेजों के प्राचार्य और एनईपी कार्यान्वयन प्रकोष्ठ की प्रमुख प्रो. मधुलिका अग्रवाल, संयोजक प्रो. बीपी मंडल, सह-संयोजक डॉ आशुतोष मोहन सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे। इसमें चार वर्षीय स्नातक (ऑनर्स) और स्नातक (ऑनर्स विद रिसर्च) की रूपरेखा पर चर्चा हुई। मेजर-माइनर कॉम्बिनेशन और इनके चुनाव में लचीलापन, एक ही विभाग के विद्यार्थियों के लिए कक्षाओं को संयोजि...