मुजफ्फरपुर, सितम्बर 23 -- मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। बीआरएबीयू में एक ही छात्र की तीन-तीन बार मार्क्सशीट बनानी पड़ रही है। हर महीने 30 से 40 छात्र डुप्लीकेट अंकपत्र बनाने का आवेदन दे रहे हैं। विवि सूत्रों ने बताया कि छात्र आवेदन देकर कह रहे हैं कि उनका अंकपत्र घर में खो गया है, इसलिए उन्हें अब दूसरा अंकपत्र चाहिए। एक ही अंकपत्र को दो बार बनाने में समय लग रहा है। एक तो पहले से ही अंकपत्र बनाने की भीड़ है, उसपर से दोबारा बनाने में परेशानी हो रही है। परीक्षा नियंत्रक प्रो. राम कुमार ने बताया कि जो छात्र डुप्लीकेट अंकपत्र का आवेदन देते हैं, उन्हें 100 रुपये का चालान जमा करना पड़ता है। बीआरएबीयू के कर्मचारियों ने बताया कि छात्र जो आवेदन करते हैं, उनमें कई सत्र पुराने हैं। इन मार्क्सशीट को बनाने के लिए पुराने टीआर खोलने पड़ते हैं और उसके बाद...