पूर्णिया, मार्च 8 -- पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता।बिहार ने पूरे विश्व को ज्ञान दिया है। बुद्ध और चाणक्य व महानशासकों की यह भूमि है। नालंदा और विक्रमशिला के अवशेष इस बात की गवाही दे रहे हैं कि ज्ञान और आध्यात्म के क्षेत्र में यह प्रदेश कभी शिखर पर था। आर्यभट्ट की यह भूमि ज्ञान और आध्यात्म के लिए हमेशा से उर्वरक रही है। परंतु बीते कालखंड में कुछ बदलाव जरूर हुए हैं। लेकिन अब बिहार को एक बार फिर से ज्ञान और आध्यात्म के शिखर पर ले जाने का समय आ गया है। इसके लिए नई ऊर्जा की जरूरत है। उक्त बातें 8 मार्च को शहर के रंगभूमि में होने जा रहे महासत्संग में मुख्य गायक के रूप में पधारे आर्ट ऑफ लिविंग के अंतरराष्ट्रीय गायक प्रवीण मेहता ने कही। उन्होंने कहा कि गुरुदेव बिहार को एक बार पुण: ज्ञान और आध्यात्म के शिखर पर पहुंचाने का विजन लेकर उज्ज्वल बिहार...
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