पटना, सितम्बर 9 -- वित्तीय वर्ष 2024-25 में बिहार की विकास दर 8.64 प्रतिशत रही है। इस एक वर्ष अर्थव्यवस्था 4.89 लाख करोड़ से बढ़कर 5.31 लाख करोड़ रुपये हो गई है। इसे उल्लेखनीय बताते हुए उप मुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने दावा किया कि निकट वर्षों में बिहार का सकल राज्य घरेलू उत्पाद 10 लाख करोड़ रुपये का हो सकता है। उन्होंने कहा कि बिहार अब मात्र कृषि आधारित राज्य नहीं रहा। निर्माण और मैन्युफैक्चरिंग में 11 प्रतिशत, सेवा क्षेत्र में 8.9 प्रतिशत तथा परिवहन एवं संचार में 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वित्तीय अनुशासन भी बना हुआ है। राजकोषीय घाटा जहां पहले 6.2 प्रतिशत हुआ करता था, वह घटकर अब 2.9 प्रतिशत रह गया है। हाल के सम्मेलनों से 2.3 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। आईटी और एथनॉल नीति के तहत नए उद्योगों से हजारों युवाओं को र...