बिजनौर, नवम्बर 15 -- आरएसपी इंटर कॉलेज में शनिवार क़ो भगवान बिरसा मुंडा की जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर प्रधानाचार्या मधुबाला शर्मा एवं समस्त स्टॉप गण ने बिरसा मुंडा को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानाचार्य मधुबाला शर्मा ने बताया कि बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवंबर 1875 को झारखंड के खूंटी जिले के उलिहातू गांव में हुआ था। बचपन में उनका नाम 'बिरसा' था, जिसे बाद में 'धरती आबा' कहा गया। 1895 में बिरसा मुंडा ने ब्रिटिश शासन और जमींदारी प्रथा के खिलाफ 'उलगुलान' आंदोलन शुरू किया। इसका उद्देश्य आदिवासियों की जमीन, जंगल और पानी की रक्षा करना था। उन्होंने 'बिरसाइत धर्म' की स्थापना की, जो आदिवासी संस्कृति और परंपराओं को पुनर्जीवित करने के लिए था। उनकी विरासत आज भी आदिवासी समाज में जीवित है और उन्हें 'धरती आबा' के रूप में पूजा जाता है...