मऊ, मई 31 -- मऊ। संयुक्त किसान मोर्चा के राज्यव्यापी आह्वान पर आगामी चार जून को बिजली के निजीकरण के खिलाफ जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए शुक्रवार को भाकपा माले जिला कार्यालय पर संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक हुई। बैठक में प्रदर्शन को सफल बनाने की अपील की गई। उत्तर प्रदेश किसान सभा के प्रदेश राज्य सचिव रामकुमार भारती ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल दक्षिणांचल के 42 जिलों में प्रदेश सरकार बिजली को निजी कंपनियों को देने जा रही है। निजीकरण से बिजली किसानों, बुनकरों, आम जनता के पहुंच से बाहर हो जाएगी और उपभोक्ताओं को महंगी बिजली की मार झेलनी पड़ेगी। डॉक्टर आंबेडकर ने कहा था बिजली का राष्ट्रीयकरण ही एकमात्र विकल्प है। बिजली का निजीकरण किए जाने का मतलब है कि प्रदेश को अंधकार की ओर धकेलना। बैठक में उत्त...