नई दिल्ली, जुलाई 1 -- नई दिल्ली। देश में बिजली की खपत जून में सालाना आधार पर 1.5 प्रतिशत घटकर 150.04 अरब यूनिट रही। इसका मुख्य कारण मानसून के जल्दी आने के साथ घरों, दफ्तरों को ठंडा रखने वाले एसी, कूलर जैसे उपकरणों का कम उपयोग है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, बीते वर्ष जून में बिजली की खपत 152.37 अरब यूनिट रही थी। विशेषज्ञों का मानना है कि मानसून के जल्दी आने से जून में बिजली की खपत के साथ-साथ मांग भी प्रभावित हुई है। जून में एक दिन में सबसे अधिक आपूर्ति (अधिकतम मांग को पूरा करने के लिए की गई आपूर्ति) भी पिछले महीने घटकर लगभग 242.49 गीगावाट (एक गीगावाट बराबर 1,000 मेगावाट) रह गई, जो जून, 2024 में लगभग 244.52 गीगावट थी।

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