गोरखपुर, जून 21 -- गोरखपुर। बिजली निगम के निजीकरण को लेकर शुक्रवार को कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक ई. पुष्पेंद्र सिंह ने कहा कि पॉवर कारपोरेशन की ओर से विद्युत नियामक आयोग को निजीकरण के लिए सौंपे गए आरएफपी डॉक्यूमेंट में 45 हजार करोड़ रुपये का घाटा दिखाया गया है, जो पूर्णतया निराधार और भ्रामक है। दरअसल निजी घरानों को मदद पहुंचाने के लिए पॉवर कारपोरेशन ने बढ़ा-चढ़ा कर घाटा दिखाया है। संघर्ष समिति ने कहा कि किसानों, बुनकरों और गरीबी रेखा के नीचे के उपभोक्ताओं को दी जाने वाली सब्सिडी को पॉवर कारपोरेशन घाटे में जोड़ कर दिखा रहा है। जबकि इस सब्सिडी की धनराशि को देना सरकार का दायित्व होता है। इस अवसर पर ई. जीवेश नंदन, ई. जितेंद्र कुमार गुप्त, ई. भानुप्रताप सिंह, ई. पंकज गुप्ता, ई. योगेश यादव, ई...