बिजनौर, अप्रैल 18 -- बिजनौर में कई धरोहर लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रही है। बिजनौर कई धरोहर संजोए हुए हैं। जिसमें से एक चांदपुर-जलीलपुर के पास धींवरपुरा गांव में 500 साल पुराना बरगद का पेड़ है। इस पेड़ को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। जिले के अधिकारी इस विरासत वृक्ष को संजोए हुए हैं। इसके अलावा अमानगढ़ टाइगर रिजर्व में जंगल और धामपुर में रैनी के फोरेस्ट लोगों का ध्यान अपनी और खींच रहे हैं। बिजनौर कई धरोहर को संजोए हुए हैं। जलीलपुर के गांव धींवरपुरा में करीब 500 साल पुराना बरगद का पेड़ आकर्षण का केन्द्र बना है। अफसरों के मुताबिक यह वटवृक्ष लगभग 4 बीघा में फैला है। देखने में यह घने बाग जैसा दिखता है। इस वटवृक्ष को विरासत वृक्ष घोषित किया गया है। इसके अलावा बिजनौर में गिद्ध, सारस, बारह सिंघा और अमानगढ़ में 32 बाघ मौजूद है। --- गंगा बैराज ...
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