वाराणसी, अक्टूबर 12 -- वाराणसी, संवाद। तरना स्थित नवसाधना कला केंद्र में नृत्य-संगीत मिलन-2025 में बाल कलासाधकों ने प्रतिभा का प्रदर्शन किया। मुख्य अतिथि वाराणसी धर्मप्रान्त के बिशप यूजिन जोसेफ ने कहा कि संगीत और नृत्य व्यक्ति के व्यक्तित्व और सामाजिक विकास के लिए आवश्यक हैं। उन्होंने संगीत को मानवता को पहचानने का माध्यम बताया और कहा कि धैर्य, एकाग्रता और संयम संगीत से ही विकसित होते हैं। नवसाधना की कलासाधिकाओं ने भरतनाट्यम नृत्य विधा में स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया। 'आशा की ज्योति पिलग्रिम ऑफ होप पर आधारित नृत्य आराधना, अनुजा, आकांक्षा, एमिलिना, अल्पना, सिस्टर अलीशा, रोनिता, रेखा और मेघा ने भाव-भंगिमा और मुद्राओं से प्रस्तुत किया। हिंदुस्तानी शास्त्रीय समूह गायन और समूह लोक नृत्य की श्रेणियों में जूनियर (छठवीं-आठवीं) और सीनियर (नौंवीं-12व...