अमरोहा, जून 17 -- पटाखा फैक्ट्री का भयावह हादसा कुछ रिश्तों को भी हमेशा के लिए खत्म कर गया। किसी ने अपनी पत्नी को खोया तो किसी से बहन का साथ छूट गया। कोई अपनी मां से बिछड़ गया तो किसी सास के हाथ से बहू छिटक गई लेकिन इन रिश्तों में सबसे ज्यादा नुकसान उन बच्चों का हुआ, जिनके सिर से मां का साया हमेशा के लिए दूर हो गया। सर्वेश का तो नौकरी का पहला ही दिन था, ऐसा में जैसे मानों इंतजार में बैठी मौत खुद उसे खींचकर फैक्ट्री तक ले गई। वहीं, रूमा पहले कतरन के कारखाने में काम करती थी लेकिन चार दिन पहले ही उसने भी पेशा बदलकर पटाखा फैक्ट्री को चुन लिया। फैक्ट्री में मजदूरी के पहले दिन सर्वेश के हिस्से में आई मौत अमरोहा। पेशे से मजदूर सोविंद्र पत्नी सर्वेश की जिद के आगे उसे पटाखा फैक्ट्री में भेजने को मजबूर हो गया। सर्वेश का सोमवार को मजदूरी का पहला ही ...