फिरोजाबाद, अक्टूबर 2 -- मंगलवार को जिले भर में तेज हवा के साथ हुई बारिश बाजरा और धान की फसल को दाग का दंश दे गई है। दाना काला पड़ने से बाजरा को पशु भी नहीं खाएंगे। साथ ही बाजरा की करब सड़ जाएगी। ऐसी स्थिति में आगे चलकर किसानों को चारे के संकट से गुजरना पड़ेगा। कुछ ऐसा ही हाल धान का होगा। किसानों का कहना है कि शुरुआत में अधिक बारिश होने से बाजरा की फसल कम रकवा में हो पाई है। इस बारिश ने नष्ट ही कर दी। किसान जुलाई में बाजरा और धान की फसल की बुवाई की थी, लेकिन लगातार बारिश होने के कारण एक तिहाई फसल नष्ट हो गई थी। 51610 हेक्टेयर भूमि पर धान और 78430 हेक्टेयर भूमि पर बाजरा की फसल खड़ी है। सभी किसान बाजरा और धान की कटाई-मढ़ाई करने में जुटे हैं। सरकार ने भी धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 69 रुपये की बढ़ोतरी करते हुए 2369 रुपये प्रति कुंतल मूल्य...
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