नई दिल्ली, अगस्त 5 -- उत्तराखंड के उत्तरकाशी में धराली गांव के ऊपर बादल फटने से मची तबाही का मंजर बेहद डरावना था। इस कुदरती हादसे में वास्तविक नुकसान तो खैर बचाव व राहत कार्यों के खत्म होने के बाद ही पता चल सकेगा, मगर जिस तरह चंद सेकंडों में दर्जनों पक्के मकान और होटल जमींदोज हो गए, उससे एक बार फिर यही पुष्ट हुआ है कि पुराने हादसों से हमने कुछ नहीं सीखा। इस विध्वंस के जो वीडियो फुटेज सामने आए हैं, वे साफ-साफ दिखा रहे हैं कि खीर गंगा नदी के बहाव क्षेत्र में बड़ी संख्या में कई-कई मंजिल की इमारतें खड़ी हो चुकी हैं। बल्कि एक पूरा बाजार विकसित हो चुका है। अगर तंत्र ने वहां की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए मानव बसाहट के विस्तार की योजना बनाई होती, तो इस तबाही से बचा जा सकता था। बहरहाल, संतोष की बात यह है कि जल्द ही सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की ट...