मधुबनी, मार्च 9 -- बाबूबरही। प्रखंड मुख्यालय स्थित बाजार में वर्ष 1990 से 2005 तक संचालित हो रही कृषि साख उत्पादन बाजार समिति पुनर्जीवित होगी। इससे दूसरे प्रखंड के साथ साथ प्रखंड क्षेत्र के हजारों किसानों के सोए हुए भाग्य भी जागेंगे। राजनगर की ओर से बाजार में प्रवेश लेने पर कटघरा में ये समिति संचालन हो रही थी। उस कटघरा में समिति से जुड़े लोग रहते थे। जहां अपने फसल को बैलगाड़ी और ठेला गाड़ी में रखकर किसान बोली लगवाने आते थे। बहरहाल राज्य सरकार की इस तरह की निर्णय लेने के बाद अब यह परंपरा फिर से देखने को मिलेगा। बीएओ राजबिहारी ने बताया कि किसानों के बाजार समिति को पुनर्जीवित करने का निर्णय सरकार ने बजट में भी ले लिया है। वर्ष 2005 में एनडीए की सरकार में बाजार समिति को विघटित कर दिया गया था। हालांकि इस बीच में गठित बाजार समिति के जीर्णोद्धार के...