मेरठ, जुलाई 23 -- शिव शक्ति विहार में मंगलवार को शिव संध्या और खाटू श्याम संकीर्तन का आयोजन किया गया। सुशील कुमार त्यागी ने ज्योति प्रचलित की और भजन गायक विक्की अलबेला ने भोले की बारात और अक्षित वशिष्ठ ने सज रहे भोले बाबा के भजनों का गुणगान किया। अनिल गोयल ने पर्यावरण बचाने के लिए शिवरात्रि पर एक पौधा लगाने और जल संरक्षण के लिए पानी का दुरुपयोग न करने का अनुरोध किया। भोले बाबा ने कभी भांग नहीं पी केवल समुद्र मंथन में से निकले हुए विश्व की गर्मी शांत करने के लिए उनके कंठ पर देवताओं ने भांग का लेप किया और नीलकंठ कहलाए। भागीरथ के पुरखों के उद्धार के लिए भगवान शिव की जटाओं से मां गंगा ने पृथ्वी पर आकर गढ़मुक्तेश्वर में पुरखों का उद्धार किया। पहली कांवड़ परशुराम ने लाकर पुरा महादेव में चढ़ाई। बाजन दे बाजन दे भोलेनाथ डमरू बाजन दे आदि भजनों का ग...