प्रयागराज, मई 1 -- बिजली के निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति की ओर से गुरुवार को बाइक रैली निकालकर बिजली कर्मियों ने आंदोलन शुरू किया। मांग किया कि निजीकरण की दृष्टि से बड़े पैमाने पर सभी विद्युत वितरण निगमों से संविदा कर्मियों को हटाए जाने का आदेश वापस लिया जाए। उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री से तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की। पदाधिकारियों ने कहा कि पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष ने आज तक संघर्ष समिति से वार्ता तक करना जरूरी नहीं समझा। संयोजक बीरेंद्र सिंह के अनुसार, दो मई को संघर्ष समिति के घटक संगठनों के केंद्रीय पदाधिकारी और अन्य बिजलीकर्मी अनशन पर बैठेंगे।

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