मेरठ, मई 25 -- बरसात के बाद डेंगू के लार्वा पनपने का खतरा बढ़ जाता है। बरसात का पानी घरों की छत पर रखे कबाड़, पुराने टायर, कूलर, बर्तन या फिर गमलों में एकत्र हो जाता है। ज्यादा दिनों तक पानी के एक ही जगह एकत्र होने से इनमें डेंगू का लार्वा पनपने लगता है। इसी लार्वा से डेंगू, चिकिनगुनिया समेत मलेरिया फैलाने वाले मच्छर जन्म लेते है। इनकी रोकथाम के लिए लोग सावधानी बरतें। जिला मलेरिया अधिकारी सत्यप्रकाश ने बताया कि रोकथाम के लिए सर्विलांस टीमें घर-घर जाकर निगरानी कर रही है। टीमें लार्वा की तलाश के साथ घर में अगर कोई बुखार, सिरदर्द, आंख दर्द, जोड़ों, मांसपेशियों में दर्द, मितली, उल्टी, चकत्ते, रक्तस्राव और भूख न लगने जैसे लक्षण मिल रहे है तो इनकी डेंगू, मलेरिया और चिकिनगुनिया की जांच करा रही है। ताकि अगर कोई मरीज मच्छर जनित रोगों का मिलता है त...