बागपत, जून 5 -- बकरीद को महज दो दिन बचे हैं और कुर्बानी के लिए अच्छी नस्ल का बकरा खरीदने की होड़ मची है। जिलेभर में अलग-अलग स्थानों पर बकरों के बाजार सजे गए हैं और मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में बकरों की धूम है। 20 से 40 हजार रुपये तक के बकरों की ज्यादा डिमांड है। ईद-उल-अजहा यानी बकरीद 7 जून को मनाई जाएगी। इस दिन साहिब-ए-निसाब (आर्थिक रूप से सक्षम) मुसलमान हजरत इब्राहिम और उनके बेटे हजरत इस्माइल की सुन्नत पर अमल करते हुए बकरे, भेड़, ऊंट की कुर्बानी करते हैं। बागपत में आम तौर पर बकरों की कुर्बानी का चलन है। यहीं वजह है कि जिले के अलग-अलग इलाकों में पशुओं के बाजार सज चुके हैं। दूर-दराज के पशु व्यापारी बकरों को लेकर बागपत में पहुंच रहे है। हर बार की तरह इस बार भी बरबरी, सिरोही, जमुनापारी, तोतापुरी, देसी बकरों की मांग अधिक है। कुर्बानी के लिए अच्छी...