रुडकी, मार्च 2 -- रमजान महीने का आगाज हो गया है। इसको लेकर मुस्लिम समाज के लोग में भारी उत्साह है। अकीदतमंद रमजान के पाक महीने में 30 दिन रोजे रखकर अल्लाह की इबादत करते हैं। इस पाक महीने को रहमत, बरकत और मगफिरत का महीना कहा जाता है। रमजान में अकीदतमंद रोजा रखते हैं और अल्लाह की इबादत में अपना ज्यादा समय बिताते हैं। मुफ्ती सैय्यद तनमीक अहमद ने बताया कि इस्लाम धर्म के लिए रमजान का महीना बेहद पाक इसलिए भी माना गया है क्योंकि इसी पाक महीने में पैगंबर साहब को अल्लाह से कुरआन की आयतें मिली थीं यानी कुरआन नाजिल हुआ था। रोजेदारों के लिए रमजान का महीना सिर्फ रोजे रखने के लिए नहीं होता। बल्कि इबादत और नेकी के कामों को बढ़ाने का बेहतरीन जरिया होता है। उन्होंने कहा कि रमजान के पाक महीने में किसी भी बुराइयों को करने से बचे। समुदाय के हर व्यक्ति को रोज...