अलीगढ़, अक्टूबर 1 -- अलीगढ़, वरिष्ठ संवाददाता। रक्तदाताओं का जज्बा धीरे-धीरे समाज में नई ऊर्जा भर रहा है। मलखान सिंह जिला अस्पताल और निजी ब्लड बैंकों में स्वैच्छिक रक्तदान पिछले एक साल में करीब 20 प्रतिशत बढ़ा है। प्रमुख रक्तदाता संस्थाओं और व्यक्तिगत दानदाताओं की सक्रिय भूमिका से आपात स्थिति में राहत जरूर मिल रही है। मगर चुनौती अब भी बड़ी है। 600 यूनिट क्षमता वाले सरकारी ब्लड बैंक में स्टॉक महज 100 यूनिट तक सीमित है। खासकर नेगेटिव ग्रुप के मरीजों के लिए हालात चिंताजनक बने हुए हैं। रक्तदान को सबसे बड़ा मानवीय दान कहा गया है। यह दान न सिर्फ जरूरतमंद मरीज की जान बचाता है, बल्कि दान देने वाले के स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है। जनपद में महादानियों के प्रयास से स्वैच्छिक रक्तदान का चलन बढ़ रहा है। मलखान सिंह जिला अस्पताल का ब्लड बैंक 30 साल से...