वाराणसी, मई 24 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। बटुक सनातन धर्म के वृक्ष हैं। उपनयन संस्कार के बाद बटुक वेद पढ़ने के लिए अधिकृत हो जाते हैं। वेद ही सनातन धर्म का मूल है। वेद ही सनातन धर्म की आधारशिला है। उक्त बातें उज्जैन के संदीपनी वेदविद्या प्रतिष्ठान के सचिव प्रो. विरुपाक्ष वी. जड्डीपाल ने कहीं। वह शुक्रवार को शिवाजी नगर कॉलोनी, छित्तूपुर स्थित श्रीस्वामी नारायणानंद तीर्थ वेद विद्यालय की ओर से आयोजित सामूहिक उपनयन संस्कार के बाद बटुकों को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। अस्सी स्थित रामेश्वर मठ में हुए आयोजन में उन्होंने कहा कि उपनयन संस्कार के बाद ही बटुक गायत्री मंत्र जपने के अधिकारी बनते हैं। गायत्री मंत्र जपने पर ही मां सरस्वती का आशीर्वाद मिलता है। विद्यालय के उपाध्यक्ष संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के डॉ. दिव्यचेतन ब्रह्मचारी ...