लखनऊ, अगस्त 30 -- कार्यशाला लखनऊ, वरिष्ठ संवाददाता। बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य की निगरानी करने की जिम्मेदारी अभिभावक व शिक्षक दोनों की है। बच्चों में किसी भी प्रकार का तनाव, चिंता व स्वभाव में बदलाव होने पर समझाएं। काउंसलिंग करें। सुधार न होने पर मानसिक रोग विशेषज्ञ की सहायता लें। यह जानकारी केजीएमयू मानसिक स्वास्थ्य विभाग के अध्यक्ष डॉ. विवेक अग्रवाल ने दी। वह शनिवार को केजीएमयू मानसिक स्वास्थ्य विभाग, इंडियन साइकियाट्रिक सोसाइटी, स्कूल मेंटल हेल्थ सब-कमेटी के सहयोग से स्कूली बच्चों में मानसिक स्वास्थ्य संवर्धन एवं आत्महत्या रोकथाम विषय पर एक कार्यशाला की। इसमें 111 शिक्षकों ने हिस्सा लिया। डॉ. विवेक अग्रवाल ने कहा कि बच्चों में अवसाद, चिंता, आत्म-हानि या अन्य मनोवैज्ञानिक संकट से जूझ रहे विद्यार्थियों के व्यवहार को पहचानें। डॉ. अमित आर्...