बागपत, अक्टूबर 7 -- सिंघावली अहीर गांव में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में मंगलवार को कथा व्यास सत्यानंद महाराज ने धुंधकारी और गोकर्ण की कथा का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि धुंधकारी अज्ञानता है जबकि गोकर्ण संस्कार और धर्म है। उन्होंने बच्चों को संस्कारवान बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा सुनने से ही मनुष्य के कष्ट दूर हो जाते है। मनुष्य को सांसारिक सुखों की प्राप्ति होती और वह सभी बंधनों से मुक्त हो जाता है। उन्होंने महिलाओं को बच्चों को संस्कारवान बनाने के लिए गीता का श्रवण कराने का आह्वान किया।

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