गंगापार, मार्च 12 -- तीन वर्ष की आयु का बच्चा अबोध होता है। जब वह आंगनबाड़ी केंद्रों, विद्यालयों को जाता है तो उसके मन में जिज्ञासा, कौतूहल और हिचक रहती है साथ ही भय भी रहता है। इसलिए उसे भयमुक्त माहौल, भयमुक्त समाज और भयमुक्त विद्यालय दिया जाना चाहिए ताकि उसका सम्पूर्ण विकास हो सके। उक्त बातें बीआरसी फूलपुर के सभागार में आयोजित हमारा आंगन, हमारे बच्चे व टीएलएम प्रदर्शनी कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए नगर पंचायत अध्यक्ष अमरनाथ यादव ने कहीं। विशिष्ट अतिथि बीडीओ एचपी वर्मा ने कहा कि नई शिक्षा नीति में बाल वाटिका समेत शिक्षा व्यवस्था में नये सुधार किये गये। इन सभी के प्रति जागरूक होने की जरूरत है। अब आंगनबाड़ी केंद्रों की भूमिका और इनका प्राथमिक विद्यालयों के प्रति युग्मन की प्रक्रिया बढ़ गई है।कार्यक्रम में कई विद्यालयों ने टीए...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.