कानपुर, नवम्बर 20 -- पांच साल तक के बच्चों को डायरिया से सुरक्षित रखने के लिए सफाई का खास ख्याल रखें। बच्चे को ओआरएस का घोल देने से पहले भी हाथ साफ़-सुथरा रखें। बच्चों की मौत का एक प्रमुख कारण डायरिया भी है। स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में डायरिया से डर नहीं कार्यक्रम का गुरुवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में आयोजन किया गया। सीएमओ डॉ. हरि दत्त नेमी ने कहा कि बच्चों को डायरिया के साथ ही अन्य बीमारियों से सुरक्षित बनाने के लिए जरूरी है कि जन्म के साथ ही साफ़-सफाई का पूरा ख्याल रखा जाए। एसीएमओ डॉ. रमित रस्तोगी ने कहा कि डायरिया की शुरुआत में ही पहचान कर ओआरएस का घोल दिया जाए तो गंभीर स्थिति तक पहुंचने से बच्चे को बचाया जा सकता है। 24 घंटे में यदि तीन बार पतली दस्त आ रही है तो यह डायरिया के लक्षण हो सकते हैं और यह लम्बे समय तक बनी रहे ...