लखनऊ, मई 3 -- लखनऊ, कार्यालय संवाददाता सीएमएस में चल रहे अन्तर्राष्ट्रीय प्रधानाचार्य सम्मेलन (आईसीपी) के दूसरे दिन शनिवार को देश विदेश से आए प्रधानाचार्य व शिक्षाविदों ने शिक्षा के नये रूप को विकसित करने की पद्धति, नवीन शैक्षिक तकनीकों, नवीन शैक्षिक उपकरणों एवं टीचिंग एड्स पर अनुभव साझा किये। सीएमएस प्रेसीडेन्ट डॉ. रोजर किंगडन ने कहा कि सम्मेलन का लक्ष्य यही है कि शिक्षा पद्धति में रचनात्मक बदलाव होना चाहिए। बच्चों एवं शिक्षकों के बीच एक भावनात्मक सम्बन्ध होना आवश्यक है। शिक्षक न सिर्फ छात्रों की पढ़ाई पर ध्यान दें। बल्कि उनकी जिज्ञासाओं व उलझनों को भी सुलझायें। सीएमएस की सुपीरियर प्रिन्सिपल एवं क्वालिटी अश्योरेन्स एवं इनोवेशन डिपार्टमेन्ट की हेड सुष्मिता घोष ने कहा कि जीवन मूल्यों पर आधारित शिक्षा ही छात्रों को समाज का एक आदर्श नागरिक बन...
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