कार्यालय संवाददाता, दिसम्बर 27 -- यूपी में जिस व्यक्ति को 'लुटेरा' बताकर बहजोई पुलिस ने अपनी पीठ थपथपाई थी, वह तीन साल तक बेगुनाही की सजा काटता रहा। इंसाफ की लड़ाई में उसका सब कुछ लुट गया। खेती की जमीन बिक गई, बेटे की पढ़ाई छूट गई और परिवार सड़क पर आ गया। अब कोर्ट के दखल के बाद यह सनसनीखेज सच सामने आया है कि जिस दिन (25 अप्रैल 2022) पुलिस ने उसे लूट करते दिखाया, उस दिन वह पहले से ही बदायूं जेल में बंद था। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने इस साजिश पर कड़ा रुख अपनाते हुए तत्कालीन एसएचओ समेत 12 पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिए हैं। हालांकि, एसपी संभल ने फिलहाल मुकदमा दर्ज करने के बजाय हाई कोर्ट में अपील करने की बात कही है। लूट का मामला बहजोई थाना क्षेत्र से जुड़ा है। 25 अप्रैल 2022 को अर्जुनपुर जूना गांव निवासी दुर्वेश दूध बेचकर नकदी...