भदोही, फरवरी 15 -- ज्ञानपुर, संवाददाता। आम के वृक्षों में बौर लग चुका है। अब फल लगने का समय आ रहा है। ऐसे में कीट रोग का खतरा बढ़ सकता है। बागवान आम फसल के प्रति विशेष सावधानी बरत होने वाले नुकशान से बच सकते हैं। कीट रोग लगने पर थोड़ी सी लापरवाही बरती गई तो बड़ा नुकशान हो सकता है। जिला उद्यान अधिकारी ममता सिंह यादव ने बताया कि आम बागवान में बौर के बाद फल लगना शुरु हो रहा है। इस समय हल्की सिंचाई करना चालू कर दें। आम बीगीचे की मिट्टी को हमेशा नम रखें। प्लानोफिक्स एक मिली चार लीटर पानी में घोल प्रति पेड़ 300 ग्राम यूरिया, 250 ग्राम पोटैसियम सल्फेट पेड़ के चारों तरफरिंग बनाकर उर्वरकों का प्रयोग करें। जहां आम फटने की समस्या ज्यादा हो वहां के किसान चार ग्राम बोरेक्स पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें। आम फसल को कीट से बचाने के लिए ईिमडाक्लोप्रीड एक मिली...