बदायूं, अगस्त 2 -- वजीरगंज। गांव-गांव में बंदरों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार दोपहर गांव नदवारी निवासी अंकित पाल की बेटी ईशका एक वर्ष घर में खेल रही थी, तभी एक बंदर घर में अंदर घुस आया और उस पर झपट पड़ा। शोर मचाने पर परिजनों ने किसी तरह बंदर को भगाया। घायल बच्ची को तुरंत सीएचसी सैदपुर ले गए। अधीक्षक डॉ. रोहित कुमार ने उसे रैबीज का टीका लगाकर प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया। अधीक्षक ने बताया कि हर महीने 15 से 20 लोग बंदरों के काटने के बाद यहां रैबीज का इंजेक्शन लगवाने आते हैं। किशोरी के पिता अंकित पाल ने बताया कि उनकी मां तेजवती देवी घर घरेलू कार्य कर रही थी अचानक बंदरों बच्ची पर हमला कर दिया। प्रशासन से बंदरों की समस्या के निस्तारण की मांग की है।

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