नई दिल्ली, सितम्बर 18 -- पंजाब में पानी अभी ठीक से सूखा भी नहीं है, पर खेतों में फसल अवशेष या पराली जलाने की शुरुआत हो गई है। ऐसे में, वायु प्रदूषण का दौर इस बार समय से पहले ही शुरू हो गया है और उसे लेकर चिंता भी बहुत बढ़ गई है। सर्वोच्च न्यायालय ने बुधवार को पराली जलाने के मुद्दे पर सुनवाई करते हुए कहा था कि कुछ जिम्मेदार लोगों को जेल भेजने से सही संदेश जाएगा। हां, किसानों का बड़ा योगदान है, वे लोगों को भोजन उपलब्ध कराते हैं, पर इसका अर्थ यह नहीं कि पर्यावरण की रक्षा न की जा सके। भारत के प्रधान न्यायाधीश बीआर गवई ने सरकार से पूछा है कि आप दोषी लोगों के लिए किसी दंड के प्रावधान के बारे में क्यों नहीं सोचते हैं? प्रधान न्यायाधीश ने यहां तक पूछा कि अगर पर्यावरण की रक्षा करने का आपका सचमुच इरादा है, तो फिर क्यों कतरा रहे हैं? सर्वोच्च न्याया...
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