रामपुर, सितम्बर 28 -- रामपुर। उप कृषि निदेशक राम किशन सिंह ने बताया कि किसान खेतों में फसल अवशेष कदापि न जलाएं। प्रबंधन यंत्रों से प्रबंधन या अवशेषों को मिट्टी में मिलाकर मृदा स्वास्थ्य संरक्षित करें। उन्होंने किसानों से अपील की है कि किसान पराली को निराश्रित गोआश्रय स्थलों में दान करें, जो सर्दियों में उनके चारे व बिछावन में उपयोग हो सकती है। उन्होंने बताया कि फसल अवशेषों के प्रबंधन के लिए किसान सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल, श्रब मास्टर, पैडी स्ट्राचापर, श्रेडर, मल्चर, रोटरी स्लेशर, हाइड्रोलिक रिवर्सेवल एमबी प्लाऊ, बेलिंग मशीन, क्रॉप रीपर, स्ट्रारेक, रीपर कम बाइंडर का उपयोग करें। किसान किराए पर यंत्र प्राप्त कर पराली प्रबंधन कर सकते हैं। किसान डी कंपोजर का उपयोग कर शीघ्रता के साथ फसल अवशेष सड़ा सकते हैं, जिससे मिट्टी में कार्बन अंश की वृद्धि ...