भागलपुर, अक्टूबर 11 -- भागलपुर, कार्यालय संवाददाता दिव्यांगता विशेषज्ञ (संसाधन शिक्षक) बनाने में कई लोगों द्वारा फर्जी प्रमाण पत्र के उपयोग की जानकारी शिक्षा विभाग को मिली है। शिक्षा विभाग ने जिलास्तर पर कमेटी का गठन कर पूरी रिपोर्ट मांगी है। डीईओ को भी जांच कमेटी में रखा गया है। शुक्रवार तक शिक्षा विभाग ने जिले से रिपोर्ट मांगी थी। यह कमेटी सभी संबंधित प्रमाण पत्रों की जांच करेगी। दरअसल, संसाधन शिक्षकों को दिव्यांग छात्रों को पढ़ाने एवं प्रशिक्षण के लिए सीआरआर नंबर की जरूरत होती है। यह नंबर भारतीय पुनर्वास परिषद द्वारा दिया जाता है। इस मामले की जांच के लिए शिक्षा विभाग ने विशेष पोर्टल विकसित किया है। उसके माध्यम से ही सत्यापन का काम होगा। जांच के दौरान शिक्षक की जन्मतिथि, शैक्षणिक योग्यता, प्रशैक्षणिक योग्यता और सीआरआर नंबर की सटीकता की ...