अनुज परमार, फरवरी 13 -- आगरा में फतेहपुर सीकरी के 50 गांव जलसंकट में हैं। 10 हजार हेक्टेयर भूमि बंजर हो चुकी है। नई नहर निर्माण को ग्रामीण आंदोलित हैं। फतेहपुर सीकरी में 52 बावड़ियां हैं। हैरत की बात यह है कि सभी की सभी बावड़ियां सूख गई हैं। बात सन 1572 की है। मुगलों का शासन था। मुगल बादशाह अकबर ने फतेहपुर सीकरी को राजधानी बनाया था। राजस्थान सीमा से सटा ये इलाका बंजर और वीरान था। इसके बाद भी उन्होंने यहां जल संचय की उन्नति नीतियां अपनाई। फतेहपुर सीकरी में 52 बावड़ियां बनाई। इन्हें ढकी नालियों से जोड़ा। बारिश का पानी इनमें संचय होता था। सालभर लोग इस पानी का उपयोग करते थे। मगर, आज 453 साल बाद यह सूख गई हैं। किसान-मजदूर वर्ग के ग्रामीण यहां खेती-किसानी पर निर्भर हैं। यहां गिरते भूगर्भ जलस्तर ने संकट पैदा कर दिया है। स्थिति ये है कि 450 से 60...