जौनपुर, मार्च 4 -- जफराबाद। प्लास्टिक की थैलियों का सबसे ज्यादा नुकसान किसानों के खेतों को पहुंच रहा है। कृषि वैज्ञानिक डॉ. सुरेश कन्नौजिया ने कहा कि साग सब्जी, फल, खाने पीने की चीजों के अलावा सबसे ज्यादा प्लास्टिक की थैलियां बच्चो के लिए बनाये गए खान पान के सामानों में है। दुकानों में कृषि विज्ञान केंद्र बक्शा में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होने किसानों को जागरूक किया। कहा कि इस तरह की थैलियों से मिट्टी की उर्वरा शक्ति तो कम नहीं होती परन्तु यह थैलियां जहा पड़ेंगी उसके ऊपर तथा उसके नीचे पड़ने वाले बीजों का विकास रुक जाएगा। कोशिश होनी चाहिए ये प्लास्टिक की थैली खेतों में न जाने पाए। खेती के दौरान उसे निकालने का प्रयास सबसे पहले होना चाहिए। उनहोने किसानों से कहा कि अपने घर से ही आदत डालें कि प्लास्टिक के सामानों का इस्तेमाल नहीं नहीं करना है...