मधुबनी, मई 30 -- मधुबनी, निज संवाददाता। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने छात्रों के आत्मविश्वास को बढ़ाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक अनोखी पहल शुरू की है। अब जिले के सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों में पहली कक्षा के बच्चे डिसीजन मेकर यानी निर्णयकर्ता बनेंगे। जबकि 12 वीं के छात्र अपने अनुभवों के आधार पर छोटे छात्रों को करियर की दिशा में मार्गदर्शन देंगे। बोर्ड ने निर्देश दिया है कि सभी स्कूलों में पेरेंटिंग कैलेंडर लागू किया जाए। इसके तहत कक्षा-वार गतिविधियों की विस्तृत योजना तैयार की गई है। नर्सरी और केजी के बच्चों के लिए स्टोरीटेलिंग, गुड टच-बैड टच की जानकारी, चित्रों के माध्यम से सिखाने जैसी गतिविधियां होंगी। कक्षा पहली व दूसरी के छात्र सीखेंगे कि कब हां कहना है, कब ना और कब विचार करना चाहिए। कक्षा तीन से पांच तक के छात्रों के ...